ग्लोबल वार्मिंग पर निबंध – An Essay on Global Warming in Hindi – Meaning, Effect, Reason, Result, and Remedy
भूमंडलीय ऊष्मीकरण या ग्लोबल वॉर्मिंग पर निबंध – Essay on Global Warming in Hindi in 300, 500, 600 words
ग्लोबल वार्मिंग का परिचय
ग्लोबल वार्मिंग की अवधारणा और पृथ्वी पर इसके प्रभाव को आज के समय में लगभग सभी लोग जानते हैं। आज इंटरनेट पर, न्यूज़ चैनलों और समाचार पत्रों में इसकी व्यापक रूप से चर्चा की जाती है। इस विषय पर कई देशों के वैज्ञानिक व्यापक शोध कर रहे हैं और वे इस अवधारणा के बारे में अपने निष्कर्ष समय-समय पर आम जनता के साथ साझा करते रहते हैं।
ग्लोबल वार्मिंग का अर्थ
पृथ्वी के तापमान में तेज़ी से लगातार हो रही विश्वव्यापी बढ़ोतरी को ग्लोबल वार्मिंग कहते है। पिछली शताब्दी में पृथ्वी की सतह के औसत तापमान में असामान्य रूप से वृद्धि दर्ज़ की गई है, जिसका सबसे मुख्य कारण ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन है। ग्रीनहाउस गैस में कार्बन डाइऑक्साइड (CO2), मीथेन (CH4), नाइट्रस ऑक्साइड (N2O), और ओजोन (O3) गैस शामिल है।
ग्लोबल वार्मिंग का प्रभाव
ग्लोबल वार्मिंग ने आज के समय में कई खतरनाक समस्याओं को जन्म दिया है। पहले, पृथ्वी बहुत ठंडी थी और हर प्राकृतिक चक्र (natural cycle) समय पर चल रहा था, लेकिन आजकल मौसम, जलवायु, तापमान, स्वास्थ्य आदि में नाटकीय उतार-चढ़ाव हो रहा है।
जिसके कारण ऊष्मा तरंगो का बढ़ना, गर्म लहरें, चक्रवात, तेज तुफान, बाढ़, सूखा, भारी बारिश जैसी प्राकृतिक आपदाएं दिन-प्रतिदिन लगातार बढ़ती जा रही है। ग्लैसियर पिघलने के कारण समुद्र के स्तर में भी लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। Essay on Global Warming in Hindi

ग्लोबल वार्मिंग के कारण
ग्लोबल वार्मिंग के अनेकों कारण है। जिसमें कुछ प्रकर्ति प्रदत्त तथा कुछ मानव निर्मित होते है। ग्लोबल वार्मिंग में वृद्धि के सबसे प्रमुख कारको में ग्रीन हाउस गैस है जो कुछ प्राकृतिक और कुछ मानवीय क्रियाओं से उत्पन्न होती है।
इक्कीसवी शताब्दी में जनसँख्या के निरंतर बढ़ने, ऊर्जा के अत्यधिक उपयोग, एयर कंडीशनर और रेफ्रिजरेटर के प्रचलन से ग्रीन हाउस गैस के स्तर में तेजी से वृद्धि हुई है।
जीवाश्म ईंधन का दोहन, वनों का काटना, बिजली का अत्यधिक उपयोग आदि के कारणवश वातावरण में कार्बनडाइआक्साइड गैस का अत्यधिक उत्सर्जन हो रहा है।
मानव द्वारा निर्मित ग्लोबल वार्मिग के अन्य कारण
- वनों की कटाई
- औद्योकीकरण
- शहरीकरण
- प्रदूषण
- रासायनिक उर्वरकों का उपयोग
- बिजली का अत्यधिक उपयोग
ग्लोबल वार्मिंग का उपाय
ग्लोबल वार्मिंग के बुरे प्रभावों से बचने के लिए इसको रोकना बहुत ही जरूरी हो गया है। जिसके लिए हम सब को अभी से मिलकर काम करना होगा। वातावरण में ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन के स्तर को कम करना ग्लोबल वार्मिंग को कम करने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगा।
ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन के स्तर को कम करने के लिए निम्नलिखित कदम उठाये जा सकते है:
- ऊर्जा-कुशल उत्पादों का उपयोग
- अधिक से अधिक पेड़ लगाना
- निजी परिवहन के बजाय सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करना
- सामान्य बल्व के स्थान पर एल इ डी (LED) बल्व का प्रयोग करना
- एयर कंडीशनर का कम इस्तेमाल करना
- अपशिष्ट की रीसाइक्लिंग (Waste Recycling)
- बिजली के उत्पादों का कम इस्तेमाल करना
- ऐसी चीजें खाने से बचना जिन्हें पकाने में अधिक समय और ऊर्जा की खपत होती है जैसे – बीफ
निष्कर्ष (Essay on Global Warming in Hindi)
ग्लोबल वार्मिंग आज के आधुनिक युग की सबसे बड़ी समस्या है यदि समय रहते इसे नहीं रोका गया तो इसका भयानक रूप हमें आगे देखने को मिलेगा, इसलिए हम सभी को सामंजस्य, बुद्धि तथा एकता के साथ मिलकर इसके निदान के बारे में सोचना होगा।
क्योकिं जिस ऑक्सीजन की वजह से हमारी सांसें चलती है, इन खतरनाक गैसों की वजह से कहीं वहीँ सांसें थमने न लगे। इसलिए तकनीकी और आर्थिक आराम से ज्यादा अच्छा प्राकर्तिक सुधार है। इसलिए ग्लोबल वार्मिंग को रोकने के लिए जितना हो सके हम सब को मिलकर उतने प्रयत्न करने चाहिए।
इस तापमान को अब न बढ़ने देना है
प्रदूषण से इस विश्व को बचाते जाना है
पशु-पछियो की प्रजातियों को लुप्त न होने देना है
ग्लोबल वार्मिंग की समस्या से निजात पाना है ।
